Saturday 18 November 2017

काव्य महाकुंभ : अंगिका हकारो


3 दिसम्बर 2017 के अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच, जिला-शाखा भागलपुर  के तरफ से आदर्श मध्य वि. गनगनिया सुल्तानगंज,भागल्रपुर (बिहार) में दिन के 1 बजे "काव्य महाकुभ" के उद्घाटनोपरान्त  सम्मान, "अंग पतंग", आरो  "नयकी गंगा" के लोकार्पण, संबोधन, कवि सम्मलेन, नाटक आरो अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के भर रात तक के योजना छै। एकरा में जिनको सहमति मिली गेलो छै, उनका आमंत्रण पत्र भेजै के काम आबे शुरू होतै। काव्य महाकुंभ में अंगिका, हिंदी के अलावे अन्य भाषा के कवि के भी स्वागत छै। आपनो आगमन संबंधी

अध्यक्ष साथी सुरेश सूर्य के मो. न. 9801360564
भवानंद सिह प्रशांत के मो. 9534537433 पर
जिला सचिव मनीष कुमार गूंज  के मो. 9801918354
या सुधीर कुमार प्रोग्रामर के मो न. 9334922674

पर दिनांक 25-11-2017 तक सहमति दिए पारै छियै।

आयोजन अध्यक्ष : साथी सुरेश सूर्य, कला मंच।
स्वग्ताध्यक्ष : श्री ओमप्रकाश पासवान (मुखिया)

स्वागत सचिव : श्रीमती आशा जायसवाल (प.स. सदस्य)

सुधीर कुमार प्रोग्रामर 

Friday 10 November 2017

माटी के मोह - अंगिका कहानी / लेखक- सुधीर कुमार सिंह 'प्रोग्राए

 भाग-1

गोबिंद महतो के दुआरी पर लाल-पीरों बत्ती लागलो चकचक गाड़ी. किसिम-किसिम के भेस में सोर-सिपाही. अगल-बगल के पड़ोसी रही-रही ताक-झाँक करी के मामला समझे के जुगाड़ में लागलों रहै. मतर बात आरों ओझारैलों जाय. 77 बरस के गोविन्द बाबू एकदम भमनसों आदमी छै. नौकर चाकर के भरोसे मगन रहै छै. 15-20 बीघा जोत के बपैती जमीन छै. एक मात्र टिटेही रंग बेटा विक्रम छै. सुनै छियौ उ विदेश में बड़का आफिसर छीकै. चार बरस पहिने विक्रम विदेशी लड़की से बीहा करलकै. वही खुशी में गोविन्द बाबू धमगज्जर भोज-भात करी केँ साब केँ अघाय देलकै. मतर अचानक की भेलै जे आय अचानक गोविन्द महतो के घोंर में छापामारी होय रहलों छै.
(-जारी)
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लेखक- सुधीर कुमार सिंह 'प्रोग्रामर'


लौटी क आबै छै फँसलो बिहारी / गज़ल, गीत और दोहा - एस. के प्रोग्रामर

1. गजल  ( मुख्य पेज पर जायें -  bejodindia.in  /  हर 12 घंटे पर देखते र हें -  FB+ Bejod India ) लौटी क आबै छै फँसलो बिहा...

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